* लोहा सबसे अधिक उपयोग में आने वाली धातु है उसके बाद एल्युमीनियम का नम्बर आता है।
* लोहे के संक्षारण (Corossion) को जंग लगना कहते हैं लोहा का वायु में खुले पड़े रहने से लोहे पर भूरी परत (जंग) आयरन ऑक्साइड के बनने के कारण होती हैं।
* एल्युमीनियम पर एल्युमीनियम ऑक्साइड की परत जम जाती है जिससे इसकी धात्विक चमक नष्ट हो जाती है। * ताँबे के बरतन पर हरे रंग की कॉपर कार्बोनेट की पर्त तथा चाँदी के ऊपर काले रंग की सिल्वर सल्फाइड की परत बनने के कारण इन धातुओं
का संक्षारण होता है।
* धातुओं को संक्षारण से बचाने के लिए निम्नलिखित विधियों का
उपयोग किया जाता है।
1- पेंट का लेप चढ़ाकर
2- ग्रीस या तेल लगाकर
3- गैल्वोनीकरण (धातु चढ़ाना (Galvanization) - लोहे को जंग से पिछले हुए बचाने के लिए लोहे की चादर या अन्य पात्र को जिंक या जस्ते में उड़ा देते हैं इसे गैल्वोनीकरण कहते हैं।
(4) विद्युत लेपन (Electroplating) - कुछ धातु जैसे क्रमोनियम,निकिल, टिन, वायुमंडल में उपस्थित ऑक्सीजन एवं नमी से प्रभावित नहीं होते हैं। लोहे का क्षरण रोकने के लिए उसके चारों और क्रोमियम या टिन की इलेक्ट्रोप्लेटिंग की जाती है।
(5) मिश्र धातु (Alloy Metal) -> कभी एक धातु में दूसरी धातु या अधातु मिलाने पर वह अधिक कठोर, स्थायी तथा संक्षारण से सुरक्षित हो जाता है, जैसे स्टेनलेस स्टील -→ लोहा + कार्बन का मिश्र धातु है जिसमें आसानी से जंग नहीं लगता
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